अस्पताल संचालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
ब्यूरो रिपोर्टः राजन प्रजापति
रायबरेली। हरचंदपुर स्थित उपमा सरजूरानी पॉलिक्लिनिक में ऑपरेशन से प्रसव के बाद नवजात की मौत के मामले में पुलिस ने अस्पताल संचालक नीरज श्रीवास्तव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। आपको बता दें सोमवार को पॉलिक्लिनिक में विशाखा (25) पत्नी आनंद मोहन श्रीवास्तव का सिजेरियन प्रसव किया गया। प्रसव के बाद नवजात की मौत हो गई। हंगामे के बाद पुलिस ने नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन तहरीर मिलने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। सोमवार देर शाम परिवार के लोग धरने पर बैठ गए, जिसके बाद हरचंदपुर पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक नीरज श्रीवास्तव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया।
हरचंदपुर के निजी अस्पताल में अवैध रूप से फर्जी सर्जन की ओर से सिजेरियन प्रसव के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है।सीएमओ डॉ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि मामले में दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। जांच रिपोर्ट जल्द शासन को भेजी जाएगी। सर्जन न ऑपरेशन का लाइसेंस, फर्जी डॉक्टर बन दंपती कर रहे काम।
हरचंदपुर गांव निवासी आनंद मोहन श्रीवास्तव ने बीते रविवार की रात पत्नी विशाखा को प्रसव के लिए भर्ती कराया था। अस्पताल के संचालक नीरज श्रीवास्तव व उसकी पत्नी प्रियांशी ने सिजेरियन प्रसव का दबाव बनाया। रुपये वसूलने के बाद नीरज ने ही ऑपरेशन कर डाला। इसके बाद नवजात की मौत हो गई। प्रसूता गंभीर हालत में भर्ती है। बताया जाता है कि नीरज श्रीवास्तव और उनकी पत्नी प्रियांशी मरीजों का ऑपरेशन करके रुपये ऐंठने का काम करते हैं। जांच में खुलासा हो गया कि पॉलिक्लिनिक में बिना ऑपरेशन के लाइसेंस के ही अवैध रूप से मरीजों की सर्जरी की जा रही थी।