बचपन से ही आर्ट, पेंटिंग और क्राफ्ट जैसी रचनात्मक कलाएं सीखने से बच्चों का मानसिक स्तर अच्छा रहता है: प्रीति सक्सेना (शिक्षिका)

बचपन से ही आर्ट, पेंटिंग और क्राफ्ट जैसी रचनात्मक कलाएं सीखने से बच्चों का मानसिक स्तर अच्छा रहता है: प्रीति सक्सेना (शिक्षिका)

ब्यूरो रिपोर्टः राजन प्रजापति

बचपन से ही आर्ट, पेंटिंग और क्राफ्ट जैसी रचनात्मक कलाएं सीखने से बच्चों का मानसिक स्तर अच्छा रहता है: प्रीति सक्सेना (शिक्षिका)

जागरण टाइम्स न्यूज नेटवर्क

महराजगंज रायबरेली। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनमें कला जैसे विषयों में रुचि होना बहुत जरूरी है। ऐसे में बच्चों में बचपन से ही आर्ट, पेंटिंग और क्राफ्ट जैसी रचनात्मक कलाएं सीखने से बच्चों का मानसिक स्तर अच्छा रहता है और उनके कौशल विकास में अभूतपूर्व वृद्धि होती है। जब बच्चे स्वयं कोई वस्तु बनाना सीखते हैं तो उनमें सृजनात्मकता बढ़ती है तथा उसके बारे में सोचने का दृष्टिकोण भी बहुत व्यापक हो जाता है। बच्चों के भीतर इन प्रतिभाओं को निखारने का काम यूपीएस पहरेमऊ विकास क्षेत्र अमावाँ की शिक्षिका प्रीति सक्सेना कर रही हैं। अपनी योजनाओं को सफल बनाने के लिए शिक्षिका प्रत्येक शनिवार को बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं संचालित करती हैं। इन कक्षाओं के माध्यम से बच्चे कला, क्राफ्ट के अंतर्गत स्वयं नई नई वस्तुएं बनाते हैं तथा उन्हें विद्यालय में सजाने के लिए रखते हैं। शिक्षिका के प्रयासों का प्रतिफल है कि आज विद्यालय को सुंदर आकर्षक बनाने में बच्चे स्वयं भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं तथा विद्यालय के परिवेशीय वातावरण की प्रशंसा विभागीय अधिकारियों द्वारा भी की जा रही है।