जिला जज व डीएम-एसपी ने जिला कारागार का निरीक्षण कर महिला व पुरुष बन्दियों से जेल की व्यवस्थाओं की ली जानकारी

जिला जज व डीएम-एसपी ने जिला कारागार का निरीक्षण कर महिला व पुरुष बन्दियों से जेल की व्यवस्थाओं की ली जानकारी

►ब्यूरो रिपोर्टः राजन प्रजापति

जिला जज व डीएम-एसपी ने जिला कारागार का निरीक्षण कर महिला व पुरुष बन्दियों से जेल की व्यवस्थाओं की ली जानकारी

जागरण टाइम्स न्यूज नेटवर्क

रायबरेली। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अब्दुल शाहिद, जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव व पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने जिला कारागार का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा कैदियों की समस्याओं को सुना गया। निरीक्षण के दौरान जिला कारागार में बन्दियों को दिये जाने वाले बने खाने का भी अवलोकन किया गया। महिला कक्ष के निरीक्षण के दौरान जिला जज व जिलाधिकारी ने महिला बंदियों के बच्चों को चिप्स, बिस्कुट आदि दिया तथा बन्दी महिलाओं से उनकी उपलब्ध कार्ड को देखा तथा जेल खाना व उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। जिला जज व जिलाधिकारी ने कहा कि जेल की व्यवस्थाओं को नियमानुसार दुरूस्त रखने के साथ ही महिला/पुरुष बंदी गृह एवं मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये। कैदियों को खांसी, जुखाम, बुखार आदि बीमारियों से ग्रस्त वाले बंदियों पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा वृद्ध महिलाओं व बच्चों, बुजुर्ग आदि पर भी विशेष ध्यान दें। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी व्यवस्थाओं को जेल मैनुअल के अनुरूप सुनिश्चित रखें। जिला जज, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के निरीक्षण के दौरान कारागार की सभी बैरकों का गहन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला जज द्वारा बंदियों से अपील के सम्बन्ध में तथा विधिक सहायता के सम्बन्ध में जानकारी ली गई। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा बंदियों की चिकित्सा व्यवस्था, भोजन व्यवस्था व चल रहे कार्यक्रमों की जानकारी ली गई। जिला जज व जिलाधिकारी ने विचाराधीन, सजायाफ्ता कैदियों को उचित कानूनी सुविधाएं भी उपलब्ध कराने की बात कही गई। जिससे की कैदियों को सही न्याय मिले। जिला जज ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से जेल बन्दियों को निशुल्क एडवोकेट और उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली गई। जेल में बंद 18 से 21 वर्ष के युवा कैदियों के साथ महिला कैदियों को भी विधिक जागरूकता के तहत जानकारी दी गई साथ ही साथ उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भी निर्देश दिये। जिला जज व जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये की व्यावसायिक कार्यक्रमो से जोड़ा जाये। अधिकारियों द्वारा कारागार की अनुशासन व्यवस्था, सफाई व स्वच्छता पर प्रसन्नता व्यक्त किया गया।