ग्राम विकास अधिकारी का कारनामा आया सामने, पहले दिखाया दूसरे का मकान फिर दिखा दिया जर्जर, पीड़ित ने उपजिलाधिकारी से लिखित शिकायत कर की कार्यवाही की मांग
►ब्यूरो रिपोर्टः राजन प्रजापति
ग्राम विकास अधिकारी का कारनामा आया सामने, पहले दिखाया दूसरे का मकान फिर दिखा दिया जर्जर
पीड़ित ने उपजिलाधिकारी से लिखित शिकायत कर की कार्यवाही की मांग
जागरण टाइम्स न्यूज नेटवर्क
शिकायतकर्ता उमेश कुमार ने आवास के लिय प्रार्थना पत्र दिया गया जिसके बाद कुछ भी जानकारी नहीं मिली आवास मिलेगा या नहीं फिर इसकी शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर की गई जिसमें ग्राम विकास अधिकारी अरुण कुमार द्वारा किसी दूसरे के कहने पर गलत रिपोर्ट लगा दी गई की उमेश कुमार का पूर्व से पक्का मकान बना हुआ है वह अपने परिवार के साथ मकान में निवास कर रहा है आवास के लिए अपात्र है। शिकायतकर्ता ने बताया जो मकान दिखाया गया है वह मकान हमारे बड़े भाई का है उस मकान को हमारा बताया गया है जिसकी जांच करवा कर दोषियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही की मांग उप जिलाधिकारी से की गई है। इसके बाद ग्राम विकास अधिकारी ने दूसरी जांच आख्या में दिखाया की आवेदक जर्जर मकान में रह रहा है आवास के लिए पात्र है।