हॉस्पिटल की लापरवाही से मासूम लड़ रहा मौत की जंग, घातक बना रायबरेली का सत्यम हॉस्पिटल, डीएम ने दिये जांच के निर्देश

हॉस्पिटल की लापरवाही से मासूम लड़ रहा मौत की जंग, घातक बना रायबरेली का सत्यम हॉस्पिटल, डीएम ने दिये जांच के निर्देश
हॉस्पिटल की लापरवाही से मासूम लड़ रहा मौत की जंग, घातक बना रायबरेली का सत्यम हॉस्पिटल, डीएम ने दिये जांच के निर्देश

जागरण टाइम्स न्यूज ब्यूरो, राजन प्रजापति

रायबरेली। जिले में इन दिनों नोट की गड्डियों के आगे स्वास्थ्य महकमा इस कदर नतमस्तक हो चुका है की प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों व अवैध क्लीनिकों पर शिकंजा कसना तो दूर मानकों की जांच भी करना मुनासिब नहीं समझते जिसके परिणाम स्वरूप प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालक नौसिखिया डॉक्टरों के भरोसे अस्पताल में आने वाले मरीजों के मौत के सौदागर बने बैठे हैं शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित सत्यम एक ऐसा अस्पताल जहां इलाज के नाम पर मासूम के जिंदगी बर्बाद करने में कोई कोर कसर नहीं छोडा गया हद तो तब पार हुई जब स्थित सम्हालने के बजाय लाचार पिता से हैवान बनें डॉक्टरों ने मोटी रकम उसूल कर अस्पताल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जब लाचार पिता ने डीएम माला श्रीवास्तव से शिकायत की तब जाकर सत्यम हास्पिटल के हैवान डाक्टरों का कारनामा उजागर हुआ और जांच टीम गठित हो गई जिससे हैवान बनें डॉक्टरों में हड़कंप मच गया।
दरअसल पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के नेहरू नगर क्रॉसिंग स्थित प्राइवेट सत्यम हॉस्पिटल का है जहां लालगंज थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव निवासी सुरेंद्र शर्मा ने 2 वर्ष के मासूम बच्चे राघव को निमोनिया होने के कारण 13 जून 2023 को प्राइवेट सत्यम हॉस्पिटल में भर्ती कराया था भर्ती कराने के बाद डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज शुरू किया इलाज के दौरान बच्चे को एक साथ कई इंजेक्शन भी लगाए गए जिसके बदले में हैवान बनें डॉक्टरों ने मासूम बच्चे के परिजनों से फीस के तौर पर मोटी रकम भी वसूली ली इसी बीच बच्चे के जिस हांथ में इंजेक्शन लगा था उसमें इन्फेक्शन फैलने लगा यह बात जब बच्चे के पिता ने अस्पताल के डॉक्टरों को बताई तो डॉक्टरों ने उसे आश्वासन देते हुए कहा कि परेशान ना हो ठीक हो जाएगा लेकिन एक-दो दिन बीत जाने के बाद जब इंफेक्शन और फैलने लगा तो डॉक्टरों ने बच्चे को अस्पताल से भगा दिया।
जिसके बाद पिता मासूम बच्चे को लेकर इधर-उधर भटकता रहा इसके बाद जब पिता ने बच्चे को एम्स रायबरेली में दिखाया तो डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के गैंग्गरीन फैल चुका है जिसका इलाज यहां संभव नहीं है पीड़ित बच्चे के पिता सुरेंद्र शर्मा ने गुरुवार को जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई जिसके तुरंत बाद जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने मामले को संज्ञान लेते हुए एसीएमओ व एसडीएम के नेतृत्व में टीम बनाकर पुलिस मामले की जांच करके विस्तृत रिपोर्ट मांग ली। वहीं इस बाबत डीएम द्वारा नामित जांच अधिकारी एसीएमओ डाक्टर अरविंद कुमार का कहना है की प्रथम दृश्या लापरवाही सामने आ रही है जल्द ही डीएम को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जायेगी।