मंत्रोच्चारण और शंखनाद के साथ आरंभ हुआ रायबरेली महोत्सव, रायबरेली में एक से बढ़कर एक प्रतिभाएं हैं जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजनों का होना आवश्यक है: दिनेश प्रताप सिंह

मंत्रोच्चारण और शंखनाद के साथ आरंभ हुआ रायबरेली महोत्सव, रायबरेली में एक से बढ़कर एक प्रतिभाएं हैं जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजनों का होना आवश्यक है: दिनेश प्रताप सिंह
मंत्रोच्चारण और शंखनाद के साथ आरंभ हुआ रायबरेली महोत्सव
रायबरेली में एक से बढ़कर एक प्रतिभाएं हैं जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजनों का होना आवश्यक है: दिनेश प्रताप सिंह
ब्यूरो रिपोर्टः राजन प्रजापति

रायबरेली। रायबरेली महोत्सव का शुभारंभ जीआईसी ग्राउंड में शंखनाद और मंत्रोच्चारण के बीच प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह द्वारा रायबरेली के संतों और गुरु जनों की पूजा अर्चना के साथ शुरू हुआ। रायबरेली के इन प्रमुख संतों में महामंडलेश्वर देवेंद्रनाथ गिरी जी महाराज, स्वात्मानंद जी महाराज ,रामबचन दास जी महाराज, लक्ष्मण दास जी महाराज की गुरु वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मुख्य अतिथि दिनेश प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य रायबरेली की सभ्यता और संस्कृति को देश तथा विश्व पटल पर प्रतिबिंबित करना है। उन्होंने कहा कि रायबरेली में एक से बढ़कर एक प्रतिभाएं हैं जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के आयोजनों का होना आवश्यक है। महोत्सव में लोकगीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का बोलबाला रहा। अयोध्या की टीम द्वारा फरुवाही लोक नृत्य का आयोजन किया गया। स्कूली बच्चों ने भी कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और मनमोहक प्रस्तुतियां दी। लोग गायक कन्हैयालाल के गीत ने समा बांध दिया। आशाओं ने अपने सम्मेलन के माध्यम से सब को जागरूक किया। इसके उपरांत पीएम स्वनिधि योजना के माध्यम से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम पर बौद्धिक चर्चा की गई। कार्यक्रम में कर सेवकों को भी सम्मानित किया गया। सियाराम नित्य वाटिका रागिनी श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत किया गया। आल्हा गायक काजल सिंह और रामरथ पांडे ने वीर रस की गीत सुनाए। सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम के अंतर्गत गीता राबरी ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम संयोजक इंजेश विक्रम सिंह, मंच संचालन डॉo आजेंद्र सिंह तथा कार्यक्रम का संयोजन रवि सिंह ने किया।